नमस्कार दोस्तों मै हू आपका दोस्त राहुल कुमार जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि इस वक्त पूरे देश में कोरोना का कहर बरस रहा है जिससे निपटने के लिए पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है और पूरे देश में सन्नाटा पसर गया है भारत में तो कर्फ़्यू सा माहोल बन गया है लेकिन तभी चीन में एक और वायरस दस्तक देदीया है जिससे कि चीन में एक व्यक्ति कि मौत हो चुकी है यह वायरस कोरोना से भी घातक है इसके बारे में हम नीचे विस्तार से जानेंगे |
पूरी दुनिया में कोरोना का कोहराम- अभी रूका नहीं है कि तभी चीन से एक और वायरस दस्तक दी है चीन के यूनान प्रांत में इसका खौफ सामने आया है नाम है हंता वायरस मारक क्षमता में कोरोना से खतरनाक है हंता वायरस अगर किसी मनुष्य को हंता वायरस का संक्रमण हो गया तो उस मनुष्य का कोरोना से भी बचने का चांस कम रहता है हंता वायरस सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है सवाल उठाए जा रहे हैं कि कहीं यह कोरोनावायरस कि तरह महामारी ना बन जाए भारत में भी इस वायरस के संक्रमण की आशंकाएं उठने लगी है क्योंकि संक्रमण के बाद मौत की आशंका 35 फ़ीसदी है लेकिन बड़ी बात यह है कि आप को इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है इस ब्लॉग के जरिए इस वायरस के बारे में हम पूरी जानकारी देने वाले हैं इस ब्लॉक से आपको पता चल जाएगा कि यह चीनी वायरस आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है |
चीन में कोरोना के बाद आया एक और खतरनाक वायरस भारत को है इससे खतरा |
पले हम जानेंगे कि चीन में आखिर हुआ क्या है- दोस्तों चीन के सरकारी समाचारपत्र ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट के जरिए बताया है कि हंता वायरस इनफेक्टेड एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है जहां यह मौत हुई है वह जगह चीन का यूनान प्रांत है यह व्यक्ति किसी काम से साडोंग प्रांत गया था और बस से वापस लौट रहा था और इसी दौरान बस में इसकी मौत हो गई बस में यात्रा कर रहे 32 दूसरे लोगों को भी जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया है हंता के सामने आने के बाद से ही दुनिया भर में सोशल मीडिया पर कोहराम मच गया या और लोग इसे कोरोना से भी घातक बताने लगे हैं अगर इसे एक रुप से देखें तो यह सामान्य बात है जो कि वैज्ञानिकों के मुताबिक हंता वायरस कोरोनावायरस से घातक नहीं है और यह उसकी तरह फैलता भी नहीं है लेकिन बड़ी बात यह है कि अगर व्यक्ति इससे पॉजिटिव हो गया तो फिर मृत्यु की आशंका 30% तक बताई जाती है|
क्या है हंता वायरस- सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक हंता वायरस भी कोरोना की तरह, वायरस की एक फैमिली का नाम है यह ज्यादातर चूहों और गिलहरियों से फैलता है इंसानों में कई तरह की बीमारियां उत्पन्न करने में सक्षम है इससे हंता वायरस पलमोनरी सिंड्रोम हेमोरेजिक फीवर और रनल सिंड्रोम हो सकता है सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक हंता वायरस चूहे के मल मूत्र से फैलता है इंसान इस वायरस से तभी संक्रमित होते हैं जब वह इसके संपर्क में आते हैं ऐसे में जिन भी घरों में चूहों का आना जाना होता है उन्हें खास सावधानी बरतने की जरूरत होती है जानकारों के मुताबिक हंता वायरस से ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह कोरोनावायरस की तरह घातक नहीं है यह वायरस किसी को छूने या फिर हवा के रास्ते नहीं फैलता है यह केवल और केवल किसी चूहे या फिर गिलहरी के संपर्क में आने से ही फैलता है |
अब हम जानेंगे कि यह वायरस चीन में क्यों फैला- हम जानते है कि चीन में ऐसे जानवरो को जीवीत छोड़ने के बजाय उसे भोजन के रूप में खा जाते है चीन किसी जानवर को जिंदा छोड़ने के मूड में कभी नहीं रहता जैसे बच्चे चॉकलेट के लिए लपकते हैं वही हाल चीन में इस टाइप के जानवरों के साथ होता है |
क्या भारत को इससे कोई खतरा है- चीन में कोरोना के बाद यह मामला कोई नई बात नहीं है भारत में पहले भी इसके कई मामले सामने आ चुके हैं 2008 में तमिलनाडु के विल्लोर जिले में हंता वायरस फैला था तिरला समुदाय के 28 लोग इस वायरस से संक्रमित हुए थे यह लोग मुख्य रूप से सांप और चूहे पकड़ने वाले थे 2016 में मुंबई में इस वायरस से एक बच्चे की मौत हुई थी रिपोर्ट के मुताबिक उसके फेफड़े से ब्लीडिंग हो रही थी यह इस वायरस का एक प्रमुख लक्षण है जबकि एक अच्छी बात यह है कि यह वायरस इंसान से इंसान में नहीं फैलता और सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से थोड़ी देर बाद इसकी मौत हो जाती है |
हंता वायरस कैसे करता है इंसान के शरीर में प्रवेश- कोरोना वायरस की तरह यह हवा और छूने से नहीं फैलता है इसके फैलने का कारण चूहे के मल पेशाब आदि के संपर्क में आना है अगर किसी इनफेक्टेड चूहे या गिलहरी या उसके अपशिष्ट को छूने के बाद कोई व्यक्ति अपनी आंख नाक या मुख को छू लेता है तो यह शरीर में प्रवेश कर जाता है हंता वायरस से संक्रमित लोगों को बुखार थकान मांसपेशियों में दर्द हो जाता है व्यक्ति को दर्द खासतौर से जांग कुल्हे पीठ और कंधे में ज्यादा हो सकता है इसके अलावा सिर दर्द चक्कर आना ठंड लगना पेटमे दर्द उल्टी और दस्त भी इस वायरस के संक्रमण में शामिल है इस वायरस के पहचानने में देरी हुई तो इससे संक्रमित मरीज के फेफड़े में तरल पदार्थ भरने लगता है सांस लेने में समस्या होती है इसके संक्रमण की अंतिम स्टेज में व्यक्ति के फेफड़ों में पानी भर जाता है और सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है |
हंता वायरस का इलाज क्या है- हंता वायरस भी जानलेवा हो सकता है अभी तक इस वायरस का कोई इलाज नहीं है केवल मेडिकल देखभाल और आईसीयू के जरिए मरीज की निगरानी की जाती है ऑक्सीजन सिलेंडर के जरिए मरीजों को सांस लेने में मदद पहुंचाई जाती है इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जरूरी बात यह है कि बुखार और थकान वाले व्यक्ति और चूहों से दूर रहें चूहे और गिलहरी से यह वायरस फैलता है इसलिए उन्हें इसका खास ध्यान रखने की जरूरत होती है |
हंता वायरस से कैसे बचें- हंता वायरस से बचने के लिए आसान तरीका है कि अपने घरों, कार्यालयों या रहने वाली जगह पर चूहे ना पहुंच सके इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कोई चूहा आपके घर में ना जा सके चूहे और गिलहरी से खास दूरी बनाकर रखें हंता वायरस एक शख्स से दूसरे तक नहीं जाता पर अगर किसी चूहे या गिलहरी के पेशाब या मल मूत्र को छूने के बाद अपनी आंख नाक मुख को छूता है तो उससे हंता वायरस से संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है ऐसे में लोगों को खास ध्यान रखने की जरूरत होती है |
दोस्तों विज्ञान से जुड़ी हमारी जानकारी आपको अच्छा लगे तो इस जानकारी को आप अपने रिस्तेदारो दोस्तों सगे संबंधियों और अपने जान-पहचान वालों को सेयर करे ताकि वेलोग भी इस जानकारी को जान सके |
😭😭😭kab jayega virus ka prakop
ReplyDeleteThanks information ke liye.
ReplyDelete